
त्रिलोक न्यूज़ मध्य प्रदेश सहायक प्रमुख प्रवीण कुमार दुबे 8839125553
भोपाल
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी संजीव झा और संयुक्त मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी आरपीएस जादौन।
चुनाव आयोग ने एसआईआर (Special Intensive Revision) की धीमी रफ्तार को लेकर एक बार फिर भोपाल, इंदौर, ग्वालियर समेत बड़े जिलों के कलेक्टरों को फटकार लगाई है। आयोग की डायरेक्टर शुभ्रा सक्सेना ने इन कलेक्टरों से कहा है कि अगर अगली मीटिंग से पहले एसआईआर डिजिटाइजेशन में सुधार नहीं हुआ तो कार्रवाई तय है।
सक्सेना ने यह नाराजगी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए ली गई कलेक्टरों की मीटिंग में जताई है। उधर, मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने राजनीतिक दलों की बैठक लेकर भी इस काम में तेजी लाने के लिए कहा है। बुधवार को चुनाव आयोग के अफसरों ने एक बार फिर एसआईआर के गणना पत्रक वितरण और डिजिटाइजेशन को लेकर कलेक्टरों के साथ संवाद किया।
छोटे जिलों की स्थिति सुधरी
बताया जाता है कि इस दौरान यह जानकारी आई कि शहडोल, उमरिया, अनूपपुर जैसे छोटे जिलों की स्थिति में सुधार आया है। इन जिलों में पिछली मीटिंग में गड़बड़ पर कलेक्टरों को डांट पड़ी थी, लेकिन भोपाल, इंदौर, ग्वालियर जैसे बड़े शहरों में डिजिटाइजेशन का प्रतिशत काफी कम है। इसके चलते चुनाव आयोग की डायरेक्टर शुभ्रा सक्सेना ने इन कलेक्टरों से नाराजगी जताते हुए कहा कि वे अगली बैठक के पहले परफार्मेंस सुधार लें अन्यथा आयोग कार्यवाही करेगा। इन जिलों का डिजिटाइजेशन प्रतिशत अभी दस से कम ही है।
भोपाल में 8.77 प्रतिशत डिजिटाइजेशन
भोपाल जिले में गणना पत्रकों के डिजिटाइजेशन में सबसे अच्छी प्रोग्रेस बैरसिया विधानसभा में है। यहां 28.86 प्रतिशत दस्तावेज डिजिटाइज हुए हैं। वहीं भोपाल उत्तर, नरेला, भोपाल दक्षिण पश्चिम विधानसभा क्षेत्र में 5.07 प्रतिशत, 5.57 और 5.58 प्रतिशत डिजिटाइजेशन हुआ है। भोपाल मध्य, गोविन्दपुरा, हुजूर विधानसभा में 4.38 प्रतिशत, 5.69 और 10.80 प्रतिशत गणना पत्रर डिजिटाइज हुए हैं। इस तरह भोपाल जिले का औसत डिजिटाइजेशन प्रतिशत 8.77 है।













